Hello दोस्तोँ, आशा है आप सब ठीक होँगे।
आज हमारा Topic आत्मविश्वास पर Based है। आज इस Post मेँ हम Self-Confidence के बारे मेँ थोड़ी चर्चा करेँगे।
Friends, Successful बननेँ के लिये जो चीज सबसे ज्यादा जरूरी होती है वो है हमारा आत्मविश्वास।
First thing आत्मविश्वास क्या है? ये प्रश्न बहुतोँ के मन मेँ उठ रहा होगा।
आत्मविश्वास दो Main words आत्म और विश्वास से मिलकर बना है। आत्म Means स्वयं और विश्वास Means भरोसा। कहनेँ का सीधा मतलब आत्मविश्वास, हमारा, हमारे स्वयं पर होनेँ वाला पुरा भरोसा या विश्वास है।
आज एक आदमी शारीरिक व मानसिक दोनोँ रूप से अस्वस्थ होते हुये भी सफलता के रजिस्टर मेँ अपना नाम दर्ज कर देता है और इसका Main Reason आत्मविश्वास ही होता है। Self confidence के चलते ही आज बड़े बड़े Leader महान कार्य करते हैँ। लिँकन जिनको पुरी दुनिया सलाम करती है 15 बार चुनाव हारनेँ के बाद राष्ट्रपति बनेँ और उनके सफलता का Secret और कुछ नहीँ सिर्फ आत्मविश्वास ही था। अपनेँ ऊपर विश्वास के चलते ही आज दिल्ली के वर्तमान C.M. Mr. अरविँद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनेँ क्योँकि उन्हेँ पुरा विश्वास था कि वो C.M. जरूर बनेँगे
और देश को पुरा बदल देँगे। And आज पुरी दुनिया उनके काम को सराह रही है, उनके सफलता का Secret और कुछ नहीँ बल्कि सिर्फ Self confidence ही है।
इसमेँ कोई Doubt वाली बात नहीँ है कि सफलता पानेँ पर जिसे विश्वास होता है उसे सफलता जरूर मिलती है।
आत्मविश्वास वो शक्ति है जिससे सफलता की ऐसी गाथा लिखी जा सकती है जो अब तक नहीँ लिखी गई।
आत्मसंशय (Self-doubt)
Means अपनेँ आप पर, स्वयं पर शक करना, संदेह करना। आज एक शारीरिक व मानसिक रूप से Healthy व्यक्ति भी अपनेँ आप पर Doubt करके, अपनेँ आत्मविश्वास की कमी के कारण Success के रजिस्टर मेँ अपना नाम दर्ज करवानेँ से चुक जाता है। आज इसी आत्मसंशय की वजह से बहुत लोगोँ के जुबान पर एक बात सुननेँ मेँ आती है कि ‘हमसे ये नहीँ होगा, हम नहीँ कर पायेँगे।‘
और अपनेँ इस स्वयं पर शक के कारण ही लोगोँ को सफलता नहीँ मिल पाती और Self doubt की वजह से ही असफल हो जाते हैँ। इसलिये दोस्तोँ इस Article को पढ़नेँ के बाद आप इस एक वाक्य “मुझसे ये नहीँ होगा, मैँ नहीँ कर सकता।” इसको अपनी Dictonary से निकाल ही दीजिये यही उचित है और इसके जगह मेँ एक नया वाक्य Use मेँ लाइये कि “मैँ जरूर कर सकता हूँ। कोई दुसरा कर सकता है, सफल हो सकता है तो मैँ क्योँ नहीँ हो सकता।”
आज ही अपनेँ अंदर के सोये हुये विश्वास को जगायेँ। मैँ नीचे कुछ बातेँ आपके सामनेँ रखुँगा जिसको पढ़नेँ के बाद आप मेँ बहूत Changes आयेँगी।
आत्मविश्वास और आत्मसंशय दोनोँ भाई हैँ लेकिन दोनोँ मेँ जमीन आसमान का अंतर है। कैसे देखिये-
(1.) आत्मविश्वास से सफलता आपके हाथ थामेगी और आत्मसंशय से सिर्फ असफलता आपके हाथ लगेगी।
(2.) आत्मविश्वास से आप जो कुछ करना चाहते हैँ कर पायेँगे लेकिन आत्मसंशय से आप बस हाथ मलते रह जायेँगे।
(3.) आत्मविश्वास से जीतनेँ का जुनुन पैदा होगा और आत्मसंदेह से हारनेँ का डर।
(4.) आत्मविश्वास से आप अपनेँ मुँह से हमेशा I CAN शब्द को उपयोग मेँ लायेँगे और आत्मसंशय से आप I Can’t शब्द का Use करेँगे।
(5.) आत्मविश्वास से आपकी सफलता मेँ आनेँ वाली बाधायेँ हटेँगी और आत्मसंशय से सफलताओँ मेँ बाधायेँ Create होँगी।
(6.) आत्मसंशय से निराशा हाथ लगेगी और आत्मविश्वास से निराशा कोसोँ दुर रहेगी।
(7.) आत्मविश्वास से आप चलते जायेँगे रूकेँगे नहीँ लेकिन आत्मसंशय से आप कदम बढ़ाकर पीछे हट जायेँगे या कदम तो बढ़ेँगे लेकिन पीछे की ओर।
(8.) आत्मविश्वास से उत्साह पैदा होगा और आत्मसंशय से आप निरोत्साहित, हतोत्साहित होँगे।
(9.) आत्मविश्वास से अपनेँ अंदर प्रसन्नता खुशी पैदा होगी, वहीँ आत्मसंशय से आप टुटनेँ लगेँगे, मुर्झा जायेँगे।
(10.) आत्मविश्वास से Impossible को भी Possible कर पायेँगे लेकिन आत्मसंशय से Possible भी Impossible हो जायेगा।
Friends इन Points को पढ़नेँ के बाद चुनाव आपका है कि आप अपनेँ ऊपर विश्वास करके Successful बनेँगे कि अपनेँ ऊपर Doubt करके असफलता का दामन थामेँगे।
दोस्तोँ आत्मविश्वास को बरकरार रखेँ क्योँ इससे भले ही सफलता देरी मिले लेकिन इतना यकीन से कहता हूँ कि आप असफल तो नहीँ होँगे।
Self confidence को कमजोर होनेँ मत देँ क्योँकि यही आपको चुनौतियोँ से जुझनेँ की हिम्मत देगा आपको सफल बनायेगा। कोई आप पर विश्वास करे या न करे आप अपनेँ आप पर विश्वास करेँ कि हाँ मैँ जरूर सफल होऊँगा और मैँ अपनेँ Confidence को टुटनेँ नहीँ दुँगा।
इस सिध्दांत को अपनायेँ कि
“आत्मविश्वास हमारी वो ताकत, वो शक्ति है जिससे पुरी दुनिया को जीता जा सकता है।”
..
आज स्वामी विवेकानंद जी का जन्मोत्सव दिवस है और युवा दिवस भी है उनके जन्मदिवस के अवसर पर स्वामी जी के एक बात को सभी युवाओँ से कहना चाहूँगा कि-
“Everything is Easy when we are Busy..
and Nothing is Easy when we are Lazy..”
दुनिया मेँ हर चीज आसान है, हर चीज संभव है लेकिन कब जब इंसान अपनेँ आप पर, स्वयं पर विश्वास करके उस काम मेँ व्यस्त हो जिसको करके वो सफलता पाना चाहता है और दुनिया मेँ कुछ भी संभव नहीँ जब इंसान हार मानकर बैठ जाये, और उठे नहीँ, निराश होकर आलसी बन जाये।
….So friends आज उनके जन्मदिवस पर आप अपनेँ आपसे ये प्रोमिस करेँ कि आप ऊपर बताये इस कथन का पालन करेँगे और कभी हार नहीँ मानेँगे और डटे रहेँगे।
स्वामी जी के Article पढ़नेँ के लिये आप AKC पर जरूर Visit कीजियेगा। आपको विवेकानंद जी के Best quote (कथन), लेख वहाँ पर मिल जायेंगे।
इस Article को लिखनेँ मेँ रजनी जी नेँ मेरी बहुत मदद की है मैँ उनको धन्यवाद देना चाहूँगा साथ ही मैँ मेरी प्यारी माँ को भी धन्यवाद देना चाहूँगा जिन्होँनेँ मुझे Success के First Topic आत्मविश्वास के बारे मेँ लिखनेँ के लिये कहा और हमेशा मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया।
Thanks माँ।
—-आत्मविश्वास बढ़ाने के 5 आसान तरीके Self-confidence Hindi Article—-
The self-cofidence is, first topic/step of 'success',
nice..post,!:-D 😀 😀 😀
Nice
बहुत अच्छे सर जी
Sir, can i paste this post on my blog?
विजय जी आप इस कोई भी पोस्ट जो आपको पसंद आये उसका लिंक अपने ब्लॉग पर पेस्ट कर सकते हैं पर किसी ब्लॉग पोस्ट को कॉपी करके पेस्ट करना सही नहीं लगता.. आप पोस्ट का लिंक उपयोग में ला सकते हैं.. धन्यवाद!
Aatm viswash hi safalta ki Pahla sidhi hai.. Kiran Ji bahut bahut dhanyawad..
बहुत खूब आत्मविश्वास पर अच्छा लेख
आत्मविश्वास पर बहुत सुंदर लेख
आत्मविश्वास पर बहुत सुंदर लेख
हमारा ब्लॉग भी देखे http://www.gyandrashta.blogspot.com
bahut acha likha hai sir aapne.
Nice . Thanks for sharing
sir ap ka post padhkar acha laga aur apki kahani padhkar atmviswas badh jata hai thanks you sir
bahut achha post likha hai aapne ye post mujhe behad pasand aayi … wonderfull work this Blog
Very Nice Information