स्वामी विवेकानंद जी के सुविचार 

स्वामी विवेकानंद जी के सुविचार 

उठ खड़े हो और लड़ो। एक पग भी पीछे न रखो, यही भाव है

उठ खड़े हो और लड़ो। एक पग भी पीछे न रखो, यही भाव है

डरो मत कितनी बार असफलता मिलेगी, यह न सोचो। चिन्ता न करो। काल अनंत है।

डरो मत कितनी बार असफलता मिलेगी, यह न सोचो। चिन्ता न करो। काल अनंत है।

वीरता से आगे बढ़ो। एक दिन या एक साल मेँ सिद्दि की आशा न रखो। उच्चतम आदर्श पर डटे रहो

वीरता से आगे बढ़ो। एक दिन या एक साल मेँ सिद्दि की आशा न रखो। उच्चतम आदर्श पर डटे रहो

जो जिस समय का कर्तव्य है, उसका पालन करना सबसे श्रेष्ठ मार्ग है।

जो जिस समय का कर्तव्य है, उसका पालन करना सबसे श्रेष्ठ मार्ग है।

डरो मत कितनी बार असफलता मिलेगी, यह न सोचो। चिन्ता न करो। काल अनंत है।

डरो मत कितनी बार असफलता मिलेगी, यह न सोचो। चिन्ता न करो। काल अनंत है।