नमस्कार दोस्तों, हम कितने भी अमीर हो जाएँ, फेमस या पावरफुल हो जाएँ, जब तक हम चीजों को लेकर ज्यादा फिकर करेंगे तब तक जिन्दगी हमें उतनी अच्छी नहीं लगेगी जैसी लगनी चाहिए… क्योंकि ज्यादा Worry करना Stress, Depression, Anxiety और बहुत सी ऐसी चीजों को पैदा करता है जो हमारे लिए जरा भी अच्छा नहीं है, Both Mentally & Physically… और इन चीजों के आने के बाद अगर हमें दुनिया की सारी अच्छी चीजें भी मिल जायेगी तो भी हम अच्छा फील नहीं कर पायेंगे…
नेपोलियन और हेलन किलर इस बात को प्रूफ करने के परफेक्ट एक्साम्पल हैं… नेपोलियन के पास हर वो चीज थी जिसे पाने के लिए नोर्मल इंसान सपने देखता है, Fame, Power पैसा ये सब कुछ था फिर भी सेंट एलेना नाम के आयलेंड पर नेपोलियन ने एक्सेप्ट किया कि उसने जिन्दगी के 6 दिन भी कभी ख़ुशी से नहीं बिताये… जो कि उसी जगह हेलन किलर जो कि Blind, Deaf & Dumb थीं, उन्होंने डिक्लेयर किया कि ‘जिन्दगी बहुत ही खुबसूरत है …’ अब यदि हेलन किलर बिना Worry किये 78 Years ख़ुशी से जी सकतीं हैं वो भी अपनी सारी प्रोब्लम्स के साथ तो हम क्यों नहीं!
Contents
What Worry may do to you
ज्यादा Worry करना हम पर बहुत Impact करता है. Alexis Carrel जो कि एक नोबल प्राइज विनर हैं, उन्होंने कहा है-
People Who Do Not Know How to Fight Worry Die Early
डॉ. ओ.ऍफ़.गोबेरोन जो कि एक Chief physician हैं, उन्होंने बताया कि 70% Patients physician के पास आते हैं वे अपने आपको खुद ही ठीक कर सकते हैं… अगर वो अपने Fears & Worries को ख़त्म कर दें तो…
एक स्टडी में 15000 मरीजों को एक्जामिन किया गया जिनको stomach disorders थे. उन्हें एक्जामिन करने के बाद पता चला कि 5 में से 4 मरीजों की बिमारी का कोई भी फिजिकल कारण नहीं था.. बल्कि उनके Fear, Worry, Hate, Selfishness ये सारे रीजन बन गये थे उनके पेट के बामारियों के … बहुत से फेमस डॉक्टर्स कहते हैं stomach अल्सर जो कि किसी इंसान की जान तक ले सकते हैं, heart disease, कुछ टाइप के सर दर्द और कुछ प्रकार के पैरालिसिस ये सब और कोई कारण नहीं बस हमारे ज्यादा Worry करने के कारण होता है… अब ये सारी चीजें आपके लिए more than enough होनी चाहिए, ये बात समझने के लिए कि Worry करना कितना हमारे लिए हार्मफुल हो सकता है…
A MAGIC FORMULA FOR SOLVING WORRY SITUATIONS
Willis Carrier एक इंजीनियर थे, उन्हें एक बार एक फैक्ट्री में गैस्लिन को इंस्टाल करने का प्रोजेक्ट मिला जिसके लिए कम्पनी के मिलियन डोलर लग गये थे पर ये प्रोजेक्ट ख़त्म करने के बाद willis carrier को पता चला कि उनके इनस्टॉल किये गये डिवाईसेस, कम्पनी को किये गये गेरेंटीड वादे पूरे नहीं कर पा रहा है जिसकी वजह से मिलियन डॉलर loss की पूरी जिम्मेदारी willis carrier पर आ गयी थी. वो अपने इस फेलियर से बहुत ही ज्यादा परेशान हो गये थे… वो इतना फिकर करने लगे थे कि उन्हें नींद आना बंद हो गयी थी. पर फिर उनके कॉमन सेन्स ने उन्हें याद दिलाया कि उनका फिकर करना सिचुएशन को ठीक नहीं करेगा इसलिए उन्होंने एक टेकनिक निकाली अपने इस Worry के प्रोब्लम को डील करने के लिए… और ये टेकनिक इतनी असरदार निकली कि वो इसे आज भी use करते हैं more than 30 years से …
इस टेकनिक में तीन सिम्पल स्टेप्स हैं जो आपको भी याद रखने हैं
STEP :- 1. बिना डरे और पूरे सच्चाई के साथ ये पता करें कि at the wrost case बुरे से बुरा इस प्रोब्लम की वजह से आपका साथ क्या हो सकता है!
Carrier ने जब ये सोचा तब उन्हें पता चला कि उनके इस फेलियर के लिए उन्हें जेल या फांसी तो नहीं होगी लेकिन हाँ उनका मार्किट में नाम बहुत ख़राब होगा… और 20 Million $ जो उन्होंने अपने एम्प्ल्योईस के साथ इन्वेस्ट किये थे वो पूरे डूब जायेंगे.
STEP:- 2. Worst case पता चलने के बाद आप उसे मेंटली एक्सेप्ट कर लें …
Carrier ने अपने आपसे कहा कि ठीक है अब अगर ऐसा हो गया है तो कोई बात नहीं मैं फिर से मेहनत करके अपना नाम बना लूँगा और एम्प्ल्योइज को समझा दूंगा कि ये एक एक्सपेरिमेंट कोस्ट था… हमारे गैस साफ़ करने की नयी टेक्नीक को टेस्ट करने के लिए… worst thing accept करने के बाद Carrier को बहुत ही ज्यादा सुकून मिला, जो उन्हें बहुत टाइम से नही मिला था…
STEP:- 3. बुरी से बुरी चीज जो कि मेंटली एक्सेप्ट हो चुकी हो तो उस बुरे से बुरे को आप कैसे अच्छा कर सकते हैं उस बारे में सोचिये
फिर से Carrier ने चीजें एक्सेप्ट करने के बाद ये सोचना शुरू कर दिया कि वो कैसे उस बीस हजार डॉलर के loss को दूर कर सकते हैं… उन्होंने बहुत से टेस्ट किये तो उन्हें पता चला कि अगर वे अपने डिवाइस में पांच हजार डॉलर का और काम कराएँगे तो उनके डिवाइसेस बराबर काम करने लगेंगी… फिर उन्होंने ऐसा ही किया और उसका रिजल्ट यह हुआ कि बीस हजार डॉलर का नुकसान होने की बजाये उन्होंने पन्द्रह हजार का प्रॉफिट कमा लिया…
Carrier कहते हैं कि यदि वो तीनों स्टेप्स फोलो नहीं करते और बस फिकर करते रहते तो उन्हें इतना अच्छा रिजल्ट कभी भी नहीं मिलता…
ये टेकनिक हमारे लिए भी बहुत काम की है क्योंकि जब आपके साथ बुरा से बुरा हो रहा है और आप इसे एक्सेप्ट कर लेते हैं तो आपका दिमाग एक जगह से दूसरी जगह जाकर परेशान होना बंद कर देता है…और प्रोब्लम्स को सोल्व करने में ज्यादा से ज्यादा फोकस कर पाता है…
लेकिन जब तक आप एक्सेप्ट नहीं करेंगे तब तक आपका दिमाग आपको खाता रहेगा और आपको कुछ भी रिजल्ट नहीं मिलेगा…
अभी कुछ रीडर्स को लग रहा होगा कि Carrier की समस्या इतनी बड़ी नहीं थी और उनकी लाइफ की प्रोब्लम उससे कहीं ज्यादा बड़ी है तो उन सबके लिए एक और सच्ची कहानी है …
अल्पी हेनि नाम के आदमी को duodenal ulcers थे . डॉक्टर्स जिनमें स्पेशलिस्ट भी थे ने हेनि को जवाब दे दिया था, ये बोलकर कि उनकी बीमारी का कोई इलाज नहीं है और उनका बचना इम्पोसिबल है… आप सोच ही सकते हैं कि यह सुनने के बाद उन पर क्या बीती होगी. वो बहुत परेशान रहने लगे थे पर फिर उन्होंने निर्णय लिया कि जब मेरे पास कम समय बचा है तो क्यों न मैं इन बचे हुए टाइम को मैं पूरे ख़ुशी के साथ बेफिक्र होकर बिताऊँ और एकदम खुलकर जीउँ…
उनका सपना था कि वो मरने से पहले वर्ल्ड टूर पर जाएँ इसलिए उन्हें वही करना सही लगा … उन्होंने शिप की टिकट बुक की… डॉक्टर्स ने उन्हें वार्न किया कि अगर वे गये तो वो वापिस नही आ पायेंगे… और उनकी बॉडी समुद्र में ही डाल दी जायेगी.. हेनि को अपने शहर नब्रास्का में ही दफन होना था इसलिए वो अपने साथ एक कॉफिन लेकर गये और उसे उस शिप वालों को दे दिया और एक एग्रीमेंट रखा कि यदि वो उस जहाज पर मरते हैं तो वो लोग उनकी बॉडी वापिस लेकर आयें … ये सब अरेंजमेंट करने के बाद वो बेफिक्र होकर ट्रिप के लिए निकल गये … उन्होंने बिना सोचे समझे जो दिल किया वो खाया और पिया… बड़े-बड़े सिगार पिए, गेम्स खेले और नए दोस्त बनाये, रात-रात भर जागकर मस्ती की, गाने गाये और ऐसे तूफानों में एन्जॉय किया जो जानलेवा थे… और फिर पूरी ट्रिप ख़त्म होने के बाद जब वे वापिस आये तो उनका 90 पाउंड वजन बढ़ गया था और वो भूल ही गये थे कि उन्हें stomach ulcer है. सौभाग्य से वो पूरी तरह ठीक हो गये थे और उसके बाद उन्होंने आगे की लाइफ पूरी तरह से फिट होकर हेल्थी रहते हुए गुजारी….
यहाँ हेनी ने भी सेम टेकनिक का उपयोग किया था जो Carrier ने किया था.. उन्होंने अपने प्रोब्लम का सबसे बुरी से बुरी चीज का पता कर लिया, फिर उसे एक्सेप्ट कर लिया उसके बाद ट्रिप पर जाकर उस सिचुएशन को थोडा बेहतर करने की कोशिश की वो भी बिना फिकर किये …
अब यदि वो ये पता चलने के बाद कि अब मैं मरने वाला हूँ, बस फिकर करते रहते तो डॉक्टर्स की बात सच निकल जाती पर उन्होंने अपनी फिकर ख़त्म करके लाइफ का मजा लिया , जिसने उनकी जान बचा ली…
COUNT YOUR BLESSINGS
मान लीजिये कोई आदमी आकर आपको पांच करोड़ रूपये देता है और कहे मुझे अपने दोनों हाथ काटकर बेच दो तो क्या आप बेचेंगे ?
अगर वो और पांच करोड़ का ऑफर दे और आपके दोनों टाँगे भी काटकर देने को कहे तो क्या आप उसे अपनी टाँगें दे सकते हैं?
बहुत सारे पैसे ऑफर करे और आपके शरीर के जरूरी अंगों को आपसे मांगे तो क्या आप देंगे?
जहाँ तक मैं जानता हूँ आप यकीनन नहीं देंगे और न ही मैं दूंगा … इससे एक बात तो स्पष्ट हो जाती है कि वाकई हम कितने ज्यादा अमीर हैं.
हम उन चीजों के मालिक हैं जिसकी वैल्यू करोड़ों से भी ज्यादा है जो कि है हमारा हेल्थ, हमारा बॉडी और हमारा टाइम…
लेकिन सोचने की बात ये है कि हम कुछ लाखों रूपये की मटेरियलिस्टिक चीजों को हासिल करने के लिए अपने इन सबसे कीमती चीजों को हद से ज्यादा प्रेशर में डालते हैं, पनिश करते हैं और इसे एकदम ख़राब कर देते हैं … मेरा मतलब यह बिलकुल भी नहीं है कि आप सक्सेसफुल बनने के बारे में न सोचो पर इतना ध्यान दो कि आप सक्सेस पाने के चक्कर में अपने हेल्थ या बॉडी को ख़राब न कर दो क्योंकि कितनी भी सक्सेस क्यों न मिल जाए बिना हेल्थ के वो कोई भी काम की नहीं होगी…
हमें उन चीजों के बारे में सोचकर दुखी नहीं होना चाहिए जो हमारे पास नही है बल्कि वो सारी अच्छी चीजें जो हमारे पास पहले से है उसके बारे में सोचकर हमें अच्छा महसूस करना चाहिए…
ये एक प्रिंसिपल है जिसने हमारी जिन्दगी तो बहुत आसान कर दी है, मैं जब भी किसी चीज को लेकर परेशान होता हूँ तो ये सोचता हूँ कि यही सेम टाइम कहीं दूर ऐसे भी लोग हैं जिनके सामने उनकी पूरी फैमली को जान से मार दिया जा रहा होगा, ऐसे कितने सारे लोग भी हैं जो बहुत प्यासे होंगे और उन्हें पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल पा रहा होगा , ऐसे कितने ही लोग होंगे जो भूख से तड़प रहे होंगे और जिन्हें मजबूरी में मिट्टी खाना पड़ रहा होगा… और मैं कितना स्वार्थी हूँ जो अपनी छोटी छोटी बातों पर परेशान होकर इतना दुखी बैठा हूँ …
हम सब अपनी प्रोब्लम्स से परेशान होकर लाइफ को कोशते हैं पर यकीन कीजिये कि जिस इंसान को पता होगा कि उसकी लाइफ का आज आखिरी दिन है और अगर आप उससे कहेंगे कि वो आपके लाइफ के सारे दुःख दर्द ले ले तो वह ख़ुशी ख़ुशी आपके सारे प्रोब्लम्स ले लेगा,…और फिर भी वह दुनिया का सबसे खुश इंसान होगा.
अगर आपको Worries, Stress & Depressions से दूर रहना है तो एक हैबिट बना लें और कम दिन में एक बार अपनी लाइफ की सबसे अच्छी चीजों को गिनने की कोशिश करिए और उसके लिए ऊपरवाले का शुकर कीजिये , जब आप ऐसा करेंगे तो आप समझ जायेंगे कि आप अपनी सोच से कितने ज्यादा अमीर हैं .
About All the Worries About “Never” Happen
500 साल पहले माइकल डिमोंटाइग ने कहा “मेरी जिन्दगी बहुत सी परेशानियों से भरी है, ऐसी परेशानियाँ जो कभी रियल में होती ही नहीं…”
एक रिसर्च से पता चला है कि 85% बातें जिसकी हम फिकर करते हैं वो एक्चुअल में हमारे साथ कभी होती ही नहीं .. और जो 15% होती हैं उनमें से 79% बातें फिकर करने के लायक नहीं होतीं… मतलब टोटल 97% बातें जिसकी आप फिकर रहे हैं वो और कुछ नहीं बल्कि आपके दिमाग का डर है. जो आपको परेशान कर रहा है.
Some Ways to Avoid Unnecessary Worry :-
कुछ प्रैक्टिकल तरीके जिससे आप इन Unnecessary Worry को ख़त्म कर सकते हैं :-
- जितना हो सके खुद को हमेशा बीजी रखिये. क्योंकि इंसान कितना भी समझदार हो वो दो चीज एक साथ नहीं सोच सकता.. इसलिए जब आप बीजी रहना स्टार्ट करेंगे तो आपको फिक्र करने का टाइम ही नही मिलेगा. और आप बीजी भी ऐसे काम में रहें जिसमे आपकी क्रियेटिविटी और प्लानिंग यूज हो.
- Think & Act Cheerful- जैसे हम एक साथ दो काम नहीं कर सकते, वैसे ही हम एकसाथ दो चीज फील नही कर सकते. मतलब आप किसी बात को लेकर एकदम एक्साइटेड और उसी टाइम में किसी बात को लेकर एकदम दुखी नहीं हो सकते … आप जब भी टेन्स फील करें तो मुस्कुराएँ और ऐसा एक्ट करें कि आप खुश हैं .. ये करने से आपको अन्दर से अच्छा फील होने लगेगा क्योंकि हम अपने फीलिंग को डायरेक्ट कंट्रोल नहीं कर सकते… लेकिन हमारे एक्शन्स को कर सकते हैं और अच्छी बात ये है कि आपकी एक्शन और आपकी फीलिंग एक दुसरे से कनेक्टेड है…
इसलिए आप ऐसा एक्ट करें कि आप अच्छा फील कर रहे हैं तो आपको रियल में अच्छा फील होने लगेगा ……….
धन्यवाद!
यह पोस्ट How to Stop Worrying and Start Living से प्रेरित है जिसके लेखक Dale Carnegie हैं…
Bilkul sahi kaha Kiran ji hum kitne bhi pese kama le agar chintit rahege to WO pese kisi kam ke nahi hai esiliye don’t warry
Really a motivational post.. Example ke saath sahi se explain kiye hai.. keep writing more and more.
regards, Aman Mourya
Jeevikami.com, Sharing positivity
Hi! Kiran, This is Vikas Hear. Today I knew about your Website From Newspaper . I read about your article after reading your article I write in Google “HAMARISAFALTA.COM” and read more articles about the positivity. your writing skills is excellent. the most good things which i feel good that you always add real example story in your articles and after the end of article you mention the recommended books ar websites . So thank you for Writing good things. KEEP IT UP 🙂
Thanks Vikas Ji
Hahahahahahah…
Copy master
Seeken video blogger ki video ko post bana kar khud ko blogger smjh raha hai.…
Copy cat
Hello, Zeeshan Shaikh (Seeken) ke video ke content ko log text version me bhi padhana chahte hain isliye unke videos ke kuch content ko is site par share kiya gaya hai.. Iski jankari hamne Seeken Ke Zeeshan Shaikh ko bahut pahle di thi aur is bare me unhen bataya tha… Kai post mein unhen credit bhi diya gaya hai.. hamara motive logon ko inspire krna hai.. Bahut se content alag alag books se bhi liye jaate hain… Thanks!
I’d like to find out more? I’d love to find out some additional information.