आखिर साँस तक प्रयास न छोड़ें | प्रेरणादायक हिंदी कहानी
नए पर्वतारोहियों का एक समूह पहाड़ों पर चढ़ाई कर रहा था । सभी चोटियों को लेकर बहुत रोमांचित थे । अचानक ही वहां बर्फ़ीला तूफ़ान आ गया । अगले ही दिन से सबकी हिम्मत जवाब दे गयी और उन्होंने वापिस उतरने का फैसला कर लिया । उनमें से एक पर्वतारोही ने इस फैसले को मानने से इनकार कर दिया । उसने कहा- चोटी दूर नहीं है और मैं वापिस नहीं मुड़ना चाहता । यह बोलकर वह चढ़ता चला गया ।
जब वह जीतकर लौटा तो उसके दोस्तों ने पूछा- तुम्हें डर नहीं लगा?
तब उसने कहा- डर तो लगा था लेकिन मुझे एक कथन भी पता था ।
दोस्तों ने पुछा – कौन-सी कथन?
उसने जवाब देते हुआ कहा- “अकसर लोग तब प्रयास करना छोड़ देते हैं, जब वे मंजिल के सबसे ज्यादा करीब होते हैं।“ मैं यह जोखिम नहीं लेना चाहता था इसलिए मैं आगे गया और जीत गया ।
उसके दोस्तों को अंत समय पर वापिस मुड़ जाने का बहुत पछतावा हो रहा था ।
दोस्तों, हमारी life में हमारे साथ ऐसा कई बार होता है जब हम मंजिल के करीब पहुंचकर प्रयास करना छोड़ देते हैं या फिर अपना लक्ष्य बदल देते हैं । लेकिन यदि हम थोड़ा-सा ही और प्रयास करें तो हम जीत सकते हैं पर हम उस समय जीत को देखने के बजाय यह देखते हैं कि ज्यादातर लोग आगे असफल हो रहे हैं और हमें लगने लगता है कि हम भी उन्हीं की तरह असफल हो जायेंगे इसलिए हम आगे कोशिश भी नहीं करते । बस यह सोचकर प्रयास करना छोड़ देते हैं कि हमारा भी कुछ नहीं होने वाला । आगे बढ़िये, रुकिए और थकिये मत.. बस प्रयास करते रहिये.. जीत के करीब पहुंचकर पीछे मत मुड़िये..
धन्यवाद !
bahut khub..awesome inspiration
Wonderful story.
Bro very inspiring story