हमारी आदतें हमारी सफलता- Life Changing Article

हमारी आदतें हमारी सफलता

हर व्यक्ति एक Successful Life जीने के लिए पैदा हुआ है लेकिन ज्यादातर लोग अपनी बुरी आदतों के कारण ही ऐसी लाइफ नहीं जी पाते। एक असफल व्यक्ति के मन में जीतने की इच्छा तो होती है लेकिन वह अपनी बुरी आदतों से इस कदर जकड़ा हुआ है कि उसे ज्यादातर हार का ही सामना करना पड़ता है। यदि हम सफल और असफल लोगों के बीच तुलना करेंगे तो पायेंगे कि सफल व्यक्ति, सही दिशा में ही चल रहा होता है, सही फैसले ले रहा होता है और हम उन्हें सही कदम उठाते ही देखेंगे। लेकिन इसके विपरीत असफल व्यक्ति बार-बार एक ही गलती को दोहरा रहा होता है, वे बार-बार उन्हीं गलतियों को रिपीट कर रहे होते हैं जो उन्हें फेलियर बनाती है।

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इस लेख को एक प्रेरणादायक कहानी से शुरू करते हैं।

विनोद नाम का एक लड़का छोटी-सी उम्र में ही सिगरेट और शराब का आदी हो गया था। उसकी उम्र महज 22 वर्ष ही थी, यह कहना गलत नहीं होगा कि गलत संगति में पड़कर वह बिगड़ता जा रहा था। घरवाले जब भी उससे कहते कि ऐसी आदतें उसके जीवन को बर्बाद कर देंगी तब वह यही कहता “कि ऐसा कुछ नहीं होगा! मैं समय रहते छोड़ दूंगा।” लेकिन उसकी यह बुरी आदत धीरे-धीरे बढ़ती जा रही थी। एक दिन उसके गाँव में एक साधू महात्मा का आगमन हुआ, विनोद के पिता को जब पता चला कि साधू किसी व्यक्ति के बुरी आदतों को छुडवाने में उसकी मदद कर सकते हैं तब वह दौड़ते हुए साधू के पास गया और उनको सारी बातें बताई।

अगली सुबह विनोद साधू के पास पहुँचा, और उसनें देखा कि उसके सामने दो गमले रखे हुए हैं। पहला गमला गेंदा के फूलों से भरा हुआ था और दुसरे गमले में बस एक लाठी थी और उसके अन्दर सीमेंट भरा हुआ था। साधू ने विनोद से कहा, “बेटा! क्या तुम इस गमले में लगे गेंदे के पौधे को उखाड़ सकते हो!” विनोद बोला, क्यों नहीं। उसने गेंदे के फूल से भरे गुच्छे को गमले से निकाल दिया, उसे थोड़ी दिक्कत जरूर हुई क्योंकि उसकी जड़ गमले को अच्छे से पकड़ चुकी थी, लेकिन उसनें गमले में पानी भरकर उसे गीला कर लिया और वह जड़ के साथ गमले से निकालने में कामयाब हुआ। साधू ने कहा अब तुम इस लाठी को गमले से अलग करके देखो। विनोद ने बहुत कोशिश की मगर वह लाठी को गमले से अलग नहीं कर पाया, क्योंकि गमले के अन्दर मिट्टी नहीं सीमेंट था। और यदि वह पानी भरकर उसे निकालने की कोशिश करता तो वह और भी मजबूत हो जाता।

साधू ने विनोद को समझाते हुए कहा, पहला गमला जिसमें मिट्टी भरा हुआ था, गेंदे के फुल खिले थे, यदि वह और छोटा होता, फुल न लगे होते तो तुम्हें उसे उखाड़ने में और भी आसानी होती, लेकिन पौधा बड़ा होने के कारण उसे उखाड़ने के लिए तुम्हें मिट्टी गीली करनी पड़ी। हमारी आदतें भी ऐसी ही हैं, बुरी आदतें नई होती हैं तब उन्हें छोड़ना बहुत आसान होता है। दुसरे गमले में भी मैंने गेंदा का बीज डाला था, जब वह थोड़ा बड़ा हुआ, मैंने उसके ठीक बीच में एक लाठी रख दी और मिट्टी की जगह सीमेंट भर दिया। जिससे गेंदे के फुल मर गये और लाठी ही रह गयी। एक तरह से दूसरा गमला हमारी बुरी आदतों का प्रतीक है, हमारी लाइफ में सफलता और खुशियों के फुल खिल सकते हैं, लेकिन जब हमारी आदतें गलत हो जाती हैं ठीक उस सीमेंट की तरह, जो हम उस गमले में डालते हैं तब गेंदे के फुल की तरह खुशियाँ और सफलताएँ भी खत्म होनी शुरू हो जाती हैं और बस अफ़सोस की लाठी हमारी जिंदगी रूपी गमले से चिपके रहती हैं और हम उसमें जितना पानी देते हैं वह उतना मजबूत होती जाती है।

साधू की बातें विनोद बहुत ध्यान से सुन रहा था और उसे अपने जीवन की एक बड़ी सीख मिली थी।

 

दोस्तों, हम आदतों को शुरू में बहुत मामूली समझते हैं और उन पर ध्यान नहीं देते लेकिन वही बाद में इतनी मजबूत हो जाती हैं कि उनसे छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है। एक अच्छी आदतों वाला इंसान एक अच्छे चरित्र वाला माना जाता है, इसका उलटा भी उतना ही सही है।

हम किसी आदत के आदी कैसे बनते हैं?

आपने एक विशाल हाथी के बारे में कहानी जरूर सुनी होगी। बचपन में हाथी के पैरों को एक बहुत मजबूत जंजीर से एक मजबूत पेड़ के सहारे बांधा जाता है। बच्चे की तुलना में पेड़ और जंजीर बहुत मजबूत होते हैं और उसे बंधे रहने की आदत भी नहीं होती इसलिए वह अपनी पूरी कोशिश करता है कि किसी तरह वह जंजीर को तोड़ सके। पूरी कोशिश के बावजूद वह जंजीर को तोड़ने में सफल नहीं हो पाता और वह समझने लगता है कि जंजीर को तोड़ने की कोशिश करने से कोई फायदा नहीं होने वाला, उसके दिमाग में यह बात बैठ चुकी होती है और वह दिमागी रूप से बंधे रहने का आदी हो चूका होता है। जब वही बच्चा एक विशाल हाथी बन जाता है तब उसे एक कमजोर रस्सी और पेड़ की जगह एक खूंटे से बाँधने पर भी वह कहीं नहीं जाता। वह हाथी जब चाहे तब आज़ाद हो सकता है लेकिन बचपन से ही वह दिमागी रूप से बंधे रहने का आदी हो चूका है इसलिए अब वह अपनी इस बंधे रहने की आदत से बाहर नहीं आना चाहता।

मैं ऐसे ही कुछ लोगों को जानता हूँ, जो मेरे करीबी हैं और खुद को बहुत बीमार समझते हैं। उनमें से एक बच्चा जिसके मन में बचपन से ये बातें फिट कर दी गयी हैं कि वो खड़ा नहीं हो सकता, घर का हर व्यक्ति उसे यह एहसास दिलाता है कि वो लाचार है, चल फिर नहीं सकता। उसका शरीर पूरी तरह से विकसित हो रहा है लेकिन बावजूद इसके वह अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाता, बड़े-बड़े डॉक्टर्स भी उसकी बीमारी समझ नहीं पा रहे, क्योंकि सभी मेडिकल रिपोर्ट्स एकदम नॉर्मल है। लेकिन सच्चाई तो यह है कि बच्चे को किसी भी तरह की कोई बीमारी ही नहीं है, उसनें अपने दिमाग में यह बैठा लिया है कि वह अब खड़ा नहीं हो सकता, चल-फिर नहीं सकता और जब वह खड़ा होने की कोशिश करता है और खड़े होने के दौरान गिर जाता है तब परिवार के बाकी सदस्य तुरंत उसे उठाने पहुँच जाते हैं। मेरा मकसद यह बिलकुल भी नहीं है मैं उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाऊं लेकिन मुझे उस बच्चे की फिकर है। उसनें इसे अपनी आदत बना लिया है, उसे बैठे रहने और सोये रहने में ही मजा आने लगा है, उसका दिमाग इस बात को एक्सेप्ट करना ही नहीं चाहता कि वह अपने पैरों पर खड़ा होकर न सिर्फ चल सकता है बल्कि दौड़ भी सकता है।

दोस्तों, हम सब अपनी लाइफ में किसी न किसी बुरी चीज के आदी होते जा रहे हैं चाहे वह हर 5 मिनट में अपने व्हाट्सऐप मैसेज चेक करना हो, बार-बार अपने फ़ोन को देखना हो या फिर यदि कुछ करने के लिए न हो तो अपने दोस्तों से गप्पे मारना हो। ऐसा करके हम अपनी लाइफ में कुछ बड़ा बदलाव कभी भी नहीं ला सकते। आप अपने म्यूजिक प्लेयर में हर दिन और हर समय एक ही गाना सुनते रहें, और अचानक एक दिन आपका म्यूजिक प्लेयर काम नहीं करता! आप बताइए कि उस समय आप कौन-सा गाना गुनगुनायेंगे? आप अपने काम को एक ही तरह से बार-बार कर रहे हैं और हर बार उस काम से अलग-अलग नतीजों की उम्मीद कर रहे हैं, यह गलत है। क्योंकि अगर आप वही करते हैं, जो बरसों से करते आ रहे हैं तो आपको वही मिलेगा जो आपको बरसों से मिलते आया है। एक अच्छी आदत डालना खेती करने के समान है, इसमें बहुत समय लगता है। हमारी अच्छी आदतें, हमारी दूसरी अच्छी आदतों को जन्म देती हैं। यदि आप कुछ बुरा काम कर रहे हैं, और उसमें आपको मजा आ रहा है, तो हमारा दिमाग ज्यादा से ज्यादा मजे को ही खोजता है, और हम फिर से वही बुरा काम करने लग जाते हैं। किसी काम को बार-बार करने से हम उस चीज के आदी हो जाते हैं और यही आदतें, हमारे व्यवहार में झलकती हैं।

एक अच्छी आदत डालें

हम अपनी बुरी आदतों को तुरंत नहीं छोड़ सकते, उसकी जगह हम अच्छी आदतों को Replace जरूर कर सकते हैं। क्या आपको नहीं लगता कि टी.वी. देखकर हम सिर्फ अपने समय को बर्बाद करते हैं क्योंकि जाने अनजाने इन चीजों का असर हमारी जिंदगी पर भी पड़ता है। आप देर रात तक बिग बॉस का देखते हैं, इससे आपकी लाइफ में कभी भी एक अच्छा परिवर्तन नहीं आएगा, यदि आप इसके आदी हो चुके हैं और ऐसी बुरी आदतों को छोड़ना चाहते हैं तो यह एकदम से आसान नहीं होगा, हमें Big Boss के शो टाइम पर एक किताब हाथ में लेनी होगी, क्योंकि एक Self Help किताब आपके समय को कभी भी बर्बाद नहीं करेगी। हाँ, पहले दिन से ही आपका ध्यान टी.वी. की तरफ जरूर जाएगा लेकिन जब आप अपने मन को यह कहकर समझा लेंगे कि इससे आपकी लाइफ में कुछ भी अच्छा परिवर्तन नहीं आएगा लेकिन किताब पढ़कर आप खुद को बेहतर बना सकते हैं तब धीरे-धीरे टी.वी. से आप किताब पर शिफ्ट कर जाएंगे।

बुरी आदतों को खत्म करने के लिए उसकी जगह एक अच्छी आदत को रख दें। हम चाहकर भी तुरंत एक बुरी आदत को नहीं छोड़ सकते लेकिन हम अपनी लाइफ में एक अच्छी आदत जरूर अपना सकता सकते हैं। बुरी आदतों में फंसकर हम सिर्फ अपनी लाइफ बर्बाद कर सकते हैं लेकिन एक अच्छी आदत आपकी जिंदगी संवार सकती है।

एक अच्छी आदत बनाएं

नीचे कुछ अच्छी आदतों की List दी जा रही है, आप इन्हें अपनी लाइफ में शामिल कर सकते हैं

  1. रात को सोने से पहले एक अच्छी किताब जरूर पढ़ें।
  2. सोने से पहले दिन भर की अच्छी बातों को सोचें, कुछ मजाकिया पलों को सोचकर क्या आप मुस्करा सकते हैं।
  3. सुबह उठते ही भगवान का धन्यवाद करें क्योंकि आपको एक नयी शुरुआत करने का मौका मिल रहा है।
  4. स्वस्थ रहकर ही आप बड़ी-बड़ी सफलताएँ हासिल कर सकते हैं इसलिए यही सोचकर सुबह अपने हेल्थ के लिए काम करें। व्यायाम, मेडिटेशन आदि की आदत बनायें।
  5. हर परिस्थिति में खुश रहने की आदत बनाएं।
  6. अच्छे लोगों से जुड़ने की कोशिश करें और हर दिन कुछ नया सीखें।

अच्छी आदतों का महत्व

हम अपनी अच्छी आदतों की वजह से ही आगे बढ़ पाते हैं। बुरी आदतें हमें जंजीर में जकड़कर रखती हैं, हम निर्णय नहीं ले सकते, आगे नहीं बढ़ सकते और ये हमें आगे बढ़ने भी नहीं देतीं। लेकिन एक अच्छी आदत आपकी लाइफ बदलने के लिए काफी है। आप अच्छी आदतों को अपनी लाइफ में शामिल करके ही आगे बढ़ सकते हैं, एक तरह से आपकी आदतें, आपकी सफलता के लिए टॉनिक का काम करती हैं। इसलिए अच्छी आदतें बनाइए और सफलता पाइए।

धन्यवाद 🙂

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कृपया इस लेख पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं अथवा हमें hamarisafalta@gmail.com पर मेल करें, हमें यह भी बताएं कि आपके अन्दर कौन-सी अच्छी आदतें हैं जो आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं और कौन-सी बुरी आदतें आपकी सफलता में रुकावट बनती हैं।

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