परीक्षा अभी की तैयारियों की है, आपके पूरे जीवन की नहीं- मस्त रहें! | -नरेंद्र मोदी | Part 1
दोस्तों आज Competition इतना बढ़ गया है कि परीक्षायें जैसे ही नजदीक आनी शुरू होती हैं स्टूडेंट्स के साथ घर-बाहर, हर जगह से प्रेशर आना शुरू हो जाता है। बच्चों के ऊपर दबाव इतना बढ़ जाता है कि Exams जीवन-मरण का प्रश्न ही बन जाता है। और स्टूडेंट्स को यह गलतफेहमी होनी शुरू हो जाती है कि परीक्षा में असफलता मतलब सब कुछ ख़त्म।
सबसे पहले तो यह बात याद रख लीजिये, परीक्षा किसी भी तरह से आपके जीवन-मरण का प्रश्न नहीं है।

आपके अन्दर असीम योग्यताएं भरी हुई हैं, और अपनी योग्यता को कभी भी किसी के बोझ तले दबने ना दें, विशेष रूप से परीक्षा में फेल होने के डर से।
हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम को कौन भूल सकता है।
आप शायद यह नहीं जानते होंगे कि डॉ. कलाम एक फाइटर पायलेट बनना चाहते थे, लेकिन वे अपने उस सपने को पूरा नहीं कर पाए! अगर उन्होंने उसी को एक विफलता समझ लिया होता और हाथ-पर-हाथ धरे कोने में बैठकर अपनी लाइफ से शिकायत करते रहते, हार मान लेते, और आगे कोशिश ही नहीं करते तो क्या वे इतने महान वैज्ञानिक बन पाते, जिस रूप में हम आज भी उन्हें याद करते हैं? जरा सोचिये, अगर कलाम साहब न होते तो आज भारतीय परमाणु कार्यक्रम की दिशा क्या होती!
उनके जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं, उनका पूरा जीवन हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। एक टेस्ट या परीक्षा पूरे लाइफ की कहानी कभी भी नहीं लिख सकती। हमारा जीवन अनंत संभावना से भरा हुआ है। हमें बस अपने अन्दर की शक्तियों को पहचानना है और आगे बढ़ते जाना है।
इस बात को गाँठ बाँध लें, कोई भी असफलता आपके सपनों की उड़ान में कभी भी बाधा नहीं बन सकता। हर महान व्यक्ति लाइफ में चेलेन्जेस का सामना करके ही आगे बढ़ा है, आपको अपनी चुनौतियों से हमेशा सीखना होगा, संकल्पों को सिद्धियों में बदलना होगा, और नया इतिहास गढ़ना होगा…और इसे ही आप जीवन कह सकते हैं।
अगर आप परीक्षा में फेल भी होते हैं तो इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि एक व्यक्ति के रूप में आप असफल हो गए। क्या परीक्षा किसी की योग्यता और उसकी क्षमता को मापने का एकमात्र पैमाना हो सकता है? बिलकुल भी नहीं!
तनाव मुक्त और मस्ती के साथ तैयारियों का मन्त्र है- परीक्षा को समग्र दृष्टिकोण के साथ पूरे जीवन के परिप्रेक्ष्य में देखना। यह आपकी तैयारियों को भी प्रभावी बनाएगा।
दोस्तों, हममें से अधिकतर लोग यही सोचते हैं कि मेरे कम नम्बर आएँगे तब मैं सबकी नजरों में गिर जाऊंगा, मेरे दोस्तों के मुझसे ज्यादा नम्बर आ गये तो सब मुझे चिढ़ायेंगे, फेल हो गया तो आगे क्या करूँगा… एक बच्चे या विद्यार्थी के मन में बहुत सारे ऐसे सवाल घर किए होते हैं। आपको यह बात समझनी होगी कि आपका एक पेपर आपका भविष्य निर्धारित नहीं करता। परीक्षा खुद को आंकने का एक जरिया है, आप पास हों या फेल, आपको हमेशा खुद की नजरों में ऊपर उठना है, फेल होने का अर्थ आपके जीवन का अंत नहीं है। फेल होने का अर्थ है कि आपको अपनी गलतियों को सुधारने के लिए दुबारा मौका दिया जाएगा और आप पहले से हमेशा बेहतर करते जाएँगे।
आप तनावमुक्त रहिए, एन्जॉय कीजिये, खुद पर यकीन रखते हुए तैयारी करते जाइये, दूसरों से खुद को कभी कम्पेयर मत कीजिए, खुद से मुकाबला कीजिए। याद रखिए परीक्षा, आपकी इच्छा से कभी बड़ी नहीं है। आप जो करना चाहते हैं, जैसा करना और बनना चाहते हैं… एक दिन आप जरूर बनेंगे।
दोस्तों आज से हम नियमित आपके साथ इस पूरे परीक्षाओं और समय प्रबन्धन से सम्बन्धित बेहतरीन बातें शेयर करेंगे, परीक्षाओं के टॉपिक में सबसे ज्यादा हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘परीक्षा पे चर्चा’ और ‘एग्जाम वॉरियर’ की जानकारियों को आपके साथ शेयर किया जाएगा।
उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह प्रयास पसंद आए और आप अपनी लाइफ की परीक्षा में अपना बेहतर प्रदर्शन करें।
सभी विद्यार्थियों और बच्चों को परीक्षा की तैयारियों के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
यदि आपको परीक्षा के सम्बन्ध में यह भाग पसंद आया तो कृपया अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं अथवा हमें hamarisafalta@gmail.com पर मेल करें।
धन्यवाद 🙂
Kiran Sahu ji kya article likha hai aapne thanks
थैंक्स मंजीत जी
Very nice post sir . Thank you so much . These days it is a major problem of all students that how they can overcame from the pressure of getting good marks in their examination . Thanks for your help .
Thanks Priya
Nice post dear thanks for sharing this.